Sanatan Dharma Row
सनातन धर्म(Sanatan Dharma Row) को लेकर छिड़े विवाद पर नए मोड़ सामने आ रहे है। एक बार फिर तमिल नाडू के खेल मंत्री ने एक बार फिर सनातन धर्म को लेकर विवादित बयान दिया है। उदयनिधि ने एक बार फिर भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर सनातन धर्म पर विवादित टिप्पणी की है। आपको बता दें की एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा की नई संसद भवन के उद्घाटन में राष्ट्रपति को इसलिए नहीं बुलाया क्योंकि वह आदिवासी समुदाय से हैं और विधवा हैं. क्या यही सनातन है?
कार्यक्रम में कही यह बात
सनातन धर्म को लेकर विवादित टिप्पणी थमने का नाम नहीं ले रही। वहीं एक बार फिर कार्यक्रम को संबोधित करने के दौरान उदयनिधि स्टालिन ने टिप्पणी की है। कार्यक्रम में उन्होंने कहा की हमारे देश का पहला नागरिक कौन है? राष्ट्रपति. उनका नाम क्या है? द्रौपदी मुर्मु. उन्हें नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह के लिए आमंत्रित नहीं किया गया. क्योंकि वह आदिवासी समुदाय की हैं और विधवा हैं. इसे ही हम सनातन कहते हैं? हम सनातन के खिलाफ अपनी आवाज उठाना जारी रखेंगे.”
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बीमारी से की थी सनातन की तुलना
इस से पहले खेल मंत्री ने सनातन की तुलना काफी बीमारी जैसे कोरोना, डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों से की थी। हालांकि उनके द्वारा ऐसी टिप्पणी पर काफी वाद विवाद भी देखने को मिला और इसी मुद्दे के कारण बीजेपी पार्टी ने इंडिया गठबंधित पार्टी पर जमकर हमला बोला था।
800 करोड़ रुपए खर्च किए गए
उदयनिधि स्टालिन ने कहा की नई संसद भवन के निर्माण के लिए 800 करोड़ रुपये खर्च करके किया गया. उन्होंने ( भाजपा तमिलनाडु से अधीनम संतो को बुलाया. लेकिन इसके उद्घाटन पर राष्ट्रपति को आमंत्रित नहीं किया.” इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम में महिला आरक्षण बिल के मुद्दे में भी कई जानी मानी हस्तियों को बुलाने का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा की ऐसे जरूरी बिल के दौरान भी राष्ट्रपति को बुलाना उचित नहीं समझा गया।
लोगों ने मेरे सर पर इनाम रख दिया था
सनातन धर्म को लेकर विवादित टिप्पणी पर लोगों ने खूब गुस्सा जाहिर किया। वहीं लोगों ने इस संबंध में उनके खिलाफ इनाम भी जाहिर किया था। जिसे लेकर उदयनिधि ने कहा की लोगों ने मेरे सिर पर इनाम रख दिया, लेकिन मैं इन सब चीजों से डरने वाला नहीं हूं। उन्होंने आगे कहा की डीएमके पार्टी की स्थापना सनातन धर्म के खात्मे के लिए ही हुई थी। और हम तब तक नहीं रुकने वाले जब तक अपना लक्ष्य नहीं तय कर लेते
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