India Name change
इंडिया बनाम भारत(India Name Change) का मुद्दा अभी न तो थमा है, और न ही टला है। अब तक इस विवाद में रोज एक नए मोड़ सामने आ रहे है। वहीं अब सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी नाम बदलने को लेकर समर्थन तो नहीं लेकिन पार्टी को नाम बदलने की सलाह दी है। मसलन भारत का नाम बदलने की सलाह नहीं बल्कि भाजपा को पार्टी का नाम बदलने की सलाह अखिलेश यादव ने की है। आइए जानते है की आखिर किस नाम का सुझाव आखिर अखिलेश ने भाजपा को दिया है।
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नाम बदलने पर भाजपा कर रही समर्थन
हालांकि पार्टी इस बारे पहले ही साफ कर चुकी है की अभी तक नाम बदलने पर आधिकारिक तौर पर फैसला नहीं लिया गया है। लेकिन यदि अगर बदला भी जाता है तो इस से विपक्ष को क्या दिक्कत है? वहीं आपको बता दें की नाम बदलने वाले मामले में ज्यादातर भाजपा नेता को ओर से ऐसा कहना और मान ना भी है की इंडिया नाम अंग्रेजों ने अपने शासनकाल के दौरान देश को दिया था. उनका कहना है कि अंग्रेजों का दिया गया नाम गुलामी की मानसिकता को दर्शाता है. ऐसे में वह नाम बदलने की कवायद का समर्थन कर रहे हैं।
अखिलेश यादव ने भाजपा को दिया सुझाव
इस मामले में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा को इंडिया नाम बदलने को लेकर एक सुझाव दिया है। उन्होंने एक्स प्लेटफार्म पर पोस्ट करते हुए कहा की ‘वैसे तो भाषाओं का मिलन और परस्पर प्रयोग बड़ी सोच के लोगों के बीच मानवता और सौहार्द के विकास का प्रतीक माना जाता है, फिर भी अगर संकीर्ण सोचवाली भाजपा और उसके संगी-साथी किसी भाषा के शब्द को गुलामी का प्रतीक मानकर बदलना ही चाहते हैं तब तो सबसे पहले भाजपा को भी अपना एक विशेष सत्र बुलाना चाहिए और अपने नाम में से अंग्रेज़ी का शब्द ‘पार्टी’ हटाकर स्वदेशी परंपरा का शब्द ‘दल’ लगाकर अपना नाम भाजपा से भाजद कर देना चाहिए.’
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