Udaynidhi Statement
सनातन धर्म को लेकर दिए बयान पर उदयनिधि स्टालिन(Udaynidhi Statement) अब तक काफी विवादों में घिरे हुए नजर आ रहे है। उनके द्वारा दिए गए बयान पर सियासत में हलचल बढ़ती जा रही है। हालांकि उदयनिधि ने अपने इस बयान पर माफी मांगने से भी साफ इंकार कर दिया है। अपने बयान को लेकर उन्होने एक बार फिर उन्होने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को लेकर बड़ा बयान दिया है। जिसके बाद से सियासी बवाल और बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है।
द्रौपदी मुर्मु को लेकर दिया बड़ा बयान
पिछली बार धर्म को लेकर की गई टिप्पणी के बाद अब एक बार फिर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को लेकर उदनिधि ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि माननीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को नई संसद के उद्घाटन के मौके पर नहीं बुलाया गया. ये सनातन धर्म का सबसे बेहतरीन उदाहरण है.’ उनके इस बयान पर बीजेपी ने अपनी प्रतिक्रिया सामने रखते हुए गठबंधन I.N.D.I.A. पर सवाल खड़े किए हैं। साथ ही I.N.D.I.A गठबंधन से माफी मांगने को कहा है। उनके इस बयान को लेकर कुछ इसका समर्थन कर रहे है, तो कुछ इसका विरोध करते हुए दिखाई दे रहे है।
यह भी पढ़े: Controversy On Religion नहीं थम रहा धर्म पर टिप्पणी का विवाद, कर्नाटक गृह मंत्री ने भी करी धर्म पर टिप्पणी
प्रियांक खड़गे ने किया समर्थन
उदयनिधि के इस बयान पर कांग्रेस नेता और कर्नाटक सरकार के मंत्री प्रियांक खरगे ने कहा, “कोई भी धर्म जो समानता को बढ़ावा नहीं देता है या यह सुनिश्चित नहीं करता है कि आपको इंसान होने का सम्मान मिले, वह मेरे अनुसार धर्म नहीं है. कोई भी धर्म जो समान अधिकार नहीं देता है या आपके साथ इंसानों जैसा व्यवहार नहीं करता है वह बीमारी के समान है.” उन्होने उदयनिधि स्टालिन के बयान को समर्थन देते हुए बयान दिया है।
Follow Us On: