PM Narendra Modi loksabha speach
2018 में भी ईश्वर का ही आदेश था, जब विपक्ष के हमारे साथी अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए थे। उस समय भी मैंने कहा था कि अविश्वास प्रस्ताव हमारी सरकार का फ्लोर टेस्ट नहीं है? बल्कि उन्हीं का फ्लोर टेस्ट है। तब जितना उनका वोट था, उतना भी नहीं ला सके थे। जब 2019 के चुनाव में हम जनता के बीच गए तो भाजपा और एनडीए दोनों को सीट ज्यादा मिली। इस तरह से अविश्वास प्रस्ताव हमारे लिए शुभ होता है।
तमाम बिल सदन में पास हुए हैं। डिजिटल डेटा प्रोटेक्शन बिल, देश की युवा शक्ति को नई दिशा और दशा देने वाला बिल था। उससे भी आपका ऐतराज? आने वाला समय टेक्नोलॉजी ड्रिवेन है। डेटा को सेकंड गोल्ड के रूप में माना जाता है, उस पर गंभीर चर्चा जरूरी थी। लेकिन राजनीति आपके लिए प्राथमिकता है। कई बिल गांव-गरीब के कल्याण के लिए थे, लेकिन इन्हें कोई रुचि नहीं है। जिस जनता ने उन्हें यहां भेजा है, उस जनता का विश्वासघात किया गया है।
पीएम ने विपक्ष को दिया जवाब
पीएम ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ दलों के लिए अपने अचारण और व्यवहार से सिद्ध कर दिया है कि देश से बड़ा दल है।आपको गरीब के भूख की चिंता नहीं है। सत्ता की भूख आपके दिमाग पर सवार है। आपको देश के युवाओं के भविष्य की परवाह नहीं है। आपको अपने राजनीतिक भविष्य की चिंता है। आप जुटे, एक दिन सदन चलने भी दिया, किस काम के लिए? आप जुटे तो अविश्वास प्रस्ताव पर जुटे। आप अपने कट्टर भ्रष्ट साथी उनकी शर्त पर मजबूर होकर जुटे। इस अविश्वास प्रस्ताव पर भी आपने कैसी चर्चा की? सोशल मीडिया पर आपके दरबारी भी दुखी हैं। फील्डिंग विपक्ष ने सजाई, लेकिन चौके छक्के बीजेपी से लगे। विपक्ष नो मोशन बिल पर नो बॉल-नो बॉल कहता रहा है। आप तैयारी करके क्यों नहीं आते? मैंने आपको 5 साल तैयारी करने के लिए दिया था। मैंने कहा था कि 23 में मिलेंगे।
जनता ने हमारी सरकार में विश्वास जताया है-पीएम
विपक्ष ने संसद में अविश्वास प्रस्ताव को जारी कर पीएम से बात करने की मांग की है। ऐसे में लोकसभा में पीएम विपक्षी गठबंधन INDIA को जवाब देते हुए उन्होने कहा कि जनता ने बार-बार हमारी सरकार में विश्वास जताया है। भगवान ने विपक्ष को सुझाया और वे प्रस्ताव लेकर आए। 2018 में भी ईश्वर का ही आदेश था, जब विपक्ष के हमारे साथी अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए थे। उस समय भी मैंने कहा था कि अविश्वास प्रस्ताव हमारी सरकार का फ्लोर टेस्ट नहीं है? बल्कि उन्हीं का फ्लोर टेस्ट है। तब जितना उनका वोट था, उतना भी नहीं ला सके थे। जब 2019 के चुनाव में हम जनता के बीच गए तो भाजपा और एनडीए दोनों को सीट ज्यादा मिली। इस तरह से अविश्वास प्रस्ताव हमारे लिए शुभ होता है।
गुड़ का गोबर कर देते है अधीर बाबु
लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन ने बीजेपी पर खूब प्रहार किया वहीं अब पीएम ने अधीर रंजन को जवाब देते हुए कहा कि गुड़ का गोबर करने में अधीर रंजन माहिर हैं। मैं नहीं जानता हूं कि आपकी मजबूरी क्या है। क्यों अधीर बाबू को दरकिनार कर दिया गया? पता नहीं कलकत्ता से कोई फोन आया हो। कांग्रेस बार-बार उनका अपमान करती है। चुनाव के नाम पर उन्हें फ्लोर लीडर से हटा देते हैं। हम अधीर बाबू के प्रति हम पूरी संवेदना प्रकट करते हैं।