No Confidence Motion
8 अगस्त मंगलवार को केंद्र सरकार के खिलाफ संसद में अविश्वास प्रस्ताव लेकर इसपर चर्चा करने वाला है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सांसदी बहाल होने के बाद से ही इस मुद्दे पर चर्चा होना शुरू होगयी है। वहीं 8 अगस्त से लेकर 10 अगस्त तक इस मुद्दे पर विपक्ष चर्चा करने वाला हैं। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह सामने आता है की विपक्ष द्वारा उठाया गया अविश्वास मुद्दा जिसने चर्चा की जा रही है। वो आखिर है क्या? बता दे इस मुद्दे को लेकर के कहा जा रहा है की 18 घंटे अविश्वास प्रस्ताव को लेकर चर्चा की जाएगी और प्रधानमंत्री मोदी 10 अगस्त को इस पर जवाब दे सकते हैं।
विपक्ष कर रहा है केंद्र पर वार
मणिपुर में हुई हिंसा को लेकर विपक्ष केंद्र सरकार पर हमलेवार होते नजर आ रही है। इसी मुद्दे को लेकर के विपक्ष के कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई और तेलंगाना की सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति के नामा नागेश्वर राव ने अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया है। इस से पहले भी सांसद में इसी अविश्वास प्रस्ताव को लेकर के चर्चा की जा चुकी है।
क्या है अविश्वास प्रस्ताव
काफी समय से अविश्वास प्रस्ताव को लेकर के सुन ने को मिल रहा है। ऐसे में यह सवाल सामने आता है की आखिर क्या होता है अविश्वास प्रस्ताव? तो बता दें की यदि किसी भी मुद्दे को लेकर विपक्ष केंद्र सरकार से नाराज़ होती है। इसी नाराजगी को लेकर लोकसभा सांसद नोटिस लेकर आता है। इस बार लोकसभा में मणिपुर में चल रही हिंसा पर नाराजगी जताते हुए इस प्रस्ताव को पारित किया गया है। वहीं इस प्रस्ताव को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने स्वीकार भी कर लिया है। जिसे देखते हुए आज यानी 8 अगस्त से इस मुद्दे पर बहस शुरू होने वाली है। आपको बता दें की इस बहस पर चर्चा के लिए विपक्ष के पास 50 सांसदों का समर्थन होना अनिवार्य होता है। जो की इस चर्चा के लिए गौरव गोगोई के नोटिस को 50 सांसदों का समर्थन प्राप्त है. चर्चा के बाद इस पर वोटिंग की जाएगी।