काफी समय से मणिपुर में चल रही हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है। एक बार फिर मणिपुर से बीती रात हिंसा की जानकारी समाने आई। मिली जानकारी के अनुसार इस हिंसा में 3 लोगों की मौत के साथ-साथ कई घरों में आग लगने की भी जानकारी सामने आई। वहीं बीती रात हुई हिंसा के बाद से ही मणिपुर का माहौल एक बार फिर भयावह दिखाई दे रहा है। इस पूरी घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर मौजूद पुलिस और सैन्य बल स्तिथी का खयाल रख रहे है।
पुलिस ने दी जानकारी
इस पूरी घटना में मौके पर मौजूद पुलिस ने मीडिया से बातचीत के दौरान मौजूदा स्तिथी की जानकारी दी वहीं मीडिया से बातचीत के दौरान इस बात का खुलासा किय गया कि इस हिंसा में मैतेई समाज के 3 लोगों की मौत हो गई वहीं कुकी समुदाय के लोगों के घरों को आग के हवाले कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि कुछ लोग बफर जोन को पार कर फायरिंग करना शुरू कर दिया जिसके बाद से ही स्तिथी काफी तनावपूर्ण दिखाई दे रही है।
क्यों हो रही मणिपुर हिंसा
मणिपुर में चल रही हिंसा का मुख्य कारण हाईकोर्ट के द्वारा एक आदेश दिया गया था। जिसके बाद से मणिपुर में हिंसा का सबब बनता हुआ नजर आ रहा है। अदालत द्वारा दिए गए आदेश में मुख्यमंत्री बिरेन सरकार को आदेश दिया कि वह मैतेई समुदाय को जनजाति आदिवासी का दर्जा दें। वहीं अदालत द्वारा इस फैसले से कुकी समुदाय के लोग समुदाय और संगठनों ने तुरंत अपना विरोध जताया और 3 मई को प्रदेश के चुराचांदपुर जिले में इसके विरोध में आदिवासी एकता मार्च निकाला। इसी दौरान दोनो समुदाय के बीच हुई हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। ॉ
कुकी समुदाय के लोगों ने किया दंगा शुरू
अब तक इस पूरी हिंसा को लेकर कई खुलासे सामने आई और कई बातें हिंसा को लेकर कही जा रही है। इस बीच एक बात ऐसी भी सामने आ रही है। जिसे लेकर कहा जा रहा है, कि कुकी समुदाय की ओर से इस हिसा की शुरुआत हुई थी। अदालत द्वारा लिए गए फैसले पर कुकी समुदाय की ओर से हिंसा इसलिए शुरु हुई क्यूंकि मैतेई समुदाय को जनजाति आदिवासी का दर्जा मिल जाने पर कुकी समुदाय के समान हो जाएंगे, वो भी कहीं जाकर और अपना धंधा शुरू कर सकते हैं। इसी को देखते हुए कुकी समुदाय ने सबसे पहले विरोध प्रदर्शन करना शुरू किया था।