Go First: सस्ती विमान सेवा देने वाली कंपनी गो फर्स्ट ने खुद को दिवालिया घोषित कर दिया है.Go First के कई विमान उड़ान भरने लायक नहीं रहे हैं। गो फर्स्ट ने अपनी बरबादी की वजह अमेरिका की ‘प्रैट एंड व्हिटनी’ कंपनी के फॉल्टी इंजन को बताया है। कंपनी का कहना है कि गो फर्स्ट के कंपनी के आधे से ज्यादा विमान अब उड़ान भरने लायक नहीं बचे हैं. ये अलग-अलग एयरपोर्ट पर खड़े हैं और धूल खा रहे हैं। इस पर सरकार की ओर से पहली प्रतिक्रिया आ गई है. सिविल एविएशन मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इसे लेकर एक बड़ा बयान दिया है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ये कहा सरकार कंपनी की हर संभव तरीके से मदद कर रही है। गो फर्स्ट अपने विमानों के इंजन को लेकर सप्लाई चेन से जुड़े मुद्दों पर कठिन दौर से गुजर रही है और ये दुःख कि बात है कि कंपनी अपनी की माली हालत काफी खराब हो चुकी है और सरकार के संज्ञान में लाया गया है कि गो फर्स्ट ने एनसीएलटी का रुख किया है. हमें ज्यूडिशियल प्रोसेस को पूरा होने का इंतजार करना चाहिए। वहीं डीजीसीए ने कंपनी से 5 मई 2023 के बाद से उड़ानों के संचालन का पूरा प्लान बताने के लिए कहा है।