NCP Sharad Pawar: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार ने मंगलवार (2 May) को यह कह कर सबको चौंका दिया कि वो पार्टी अध्यक्ष पद छोड़ने जा रहे है। शरद पवार ने मुंबई में यशवंतराव चव्हाण प्रतिष्ठान में अपनी आत्मकथा के संशोधित संस्करण का विमोचन करने के अवसर पर 1999 में स्वयं स्थापित अपनी पार्टी का अध्यक्ष पद छोड़ने का ऐलान किया। शरद पवार के इस एलान के बाद इस फैसले का विरोध जताते हुए एनसीपी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनसे फैसले को वापस लेने की मांग की। अपने एलान में शरद पवार ने बोलते हुए कहा कि ‘‘मेरी राज्यसभा की सदस्यता का तीन वर्ष का कार्यकाल शेष है. इस दौरान मैं बिना किसी पद के महाराष्ट्र और देश के मुद्दों पर ध्यान दूंगा. एक मई, 1960 से एक मई, 2023 की लंबी अवधि में एक कदम पीछे लेना जरूरी है. इसलिए, मैंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष पद छोड़ने का फैसला किया है.वरिष्ठ पार्टी नेता अजित पवार ने कहा कि शरद पवार अपने इस्तीफे पर पार्टी की समिति के निर्णय को मानेंगे. शरद पवार ने उनके इस्तीफे का विरोध कर रहे भावुक कार्यकर्ताओं से कहा, ‘‘मैं आपके साथ हूं, लेकिन राकांपा अध्यक्ष के रूप में नहीं.’’
शरद पवार का राजनीति सफर
शरद पवार ने भारतीय राजनीति में लगभग 63वर्षों का सफर पूरा किया है। उनका राजनीतिक करियर 1960 में शुरू हुआ जब वे नगपुर में नगर परिषद के सदस्य बने। उन्होंने 1978 में विधान सभा से चुनाव लड़ा और सफलतापूर्वक जीत हासिल की। उन्होंने महाराष्ट्र में कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है, जिसमें मुख्यमंत्री, राज्यपाल, विधानसभा स्पीकर, और केंद्रीय मंत्री शामिल हैं। शरद पवार ने महाराष्ट्र में नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के साथ अपनी राजनीतिक शुरुआत की थी। उन्होंने बाद में नवनिर्माण कांग्रेस पार्टी की स्थापना की और बाद में नेशनल कांग्रेस पार्टी से जुड़े रहे। उन्होंने राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी में नेतृत्व की भूमिका निभाई, जहाँ उन्होंने विभिन्न पदों पर कार्य किया। उन्होंने 1999 में राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी से बहिष्कृत हो जाने के बाद, उन्होंने नवनिर्माण कांग्रेस पार्टी की स्थापना की।
पिछले 24 साल से NCP की कमान शरद पवार के पास है लेकिन अब देखने वाली बात ये होगी कि ये कमान किसके हाथ जायगी।