MP News: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में अमीरीकी माश्ली मिली है, भोपाल के बड़े तालाब में मगरमच्छ के जैसे जबड़े वाली एलीगेटर गार फिश के मिलने से हड़कंप मच गया है और तब से ही ये फिश चर्चा का विषय बनी हुई है। एलीगेटर गार फिश अमेरिका में पाई जाती है. अब भोपाल में इसके मिलने से कई सारे सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर यह मछली कहां से आई। एलीगेटर गार फिश के मिलने के बाद एक्सपर्ट को आशंका है कि यह मछली बड़े तालाब का ईको-सिस्टम को खराब कर सकती है। इतना ही नहीं वन-विभाग की टीम कई तरीके से इस मछली की जानकारी जुटाने में लगी है और जिस मछुआरे ने ये मछली पकड़ने का दावा किया है। जिला प्रशासन उस शख्स का लाइसेंस भी चेक कर रहा है। इस मछली की तस्वीर और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. यह मछली इंसानों के लिए भी जानलेवा हो सकती है क्यूंकि ये मछली इंसानो पर भी हमला करने से नहीं चूकती। चलिए आपको बताते हैं कि मगरमच्छ के जैसे जबड़े वाली एलीगेटर गार फिश किसी होती है।
मगरमच्छ के जैसे जबड़े वाली एलीगेटर गार फिश एक अद्भुत संवेदनशील जीव है। यह जीव मुख्य रूप से उत्तर अमेरिका में पाया जाता है और साथ ही यह अफ्रीका और दक्षिण अमेरिका में भी आस पाया जाता है। यह जल में रहने वाला एक आम जीव है और अपनी खास जबड़ों की वजह से इसकी पहचान की जाती है। यह जीव अपने शिकार को पकड़ने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली जबड़े को तेजी से खोलता है जिससे कि इसका शिकार उसके जबड़ों में अंदर चला जाता है। इसकी अलग-अलग प्रजातियों में आकार में थोड़ा अंतर होता है, लेकिन यह सामान्यतः 10 फीट तक लंबा होता है। इसका वजन 500 पाउंड तक हो सकता है और इसकी आयु 50 से 70 वर्ष तक हो सकती है।
मगरमच्छ और एलीगेटर दो अलग-अलग प्रजातियों के जीव होते हैं और उनके जबड़ों में कुछ अंतर होता है। मगरमच्छ के जबड़े बड़े और चौड़े होते हैं, जबकि एलीगेटर के जबड़े लंबे और पतले होते है। गार फिश के जबड़े में बड़ी और मजबूत दांत होते हैं, जो उन्हें अपने शिकार को पकड़ने में मदद करते हैं। इसलिए, मगरमच्छ और एलीगेटर के जबड़ों में विभिन्नताएं होती हैं।