Happy Baisakhi 2023: बैसाखी भारत के अनेक राज्यों में मनाया जाने वाला एक प्रमुख धार्मिक त्योहार है। इसे विभिन्न नामों से जाना जाता है। यह त्योहार अप्रैल-मई के महीनों में मनाया जाता है, जब फसलों की कटाई पूरी होती है और नए फसल की बुआई की तैयारी शुरू होती है।
बैसाखी त्योहार का मनाया जाने का मुख्य कारण है कि यह एक महत्वपूर्ण फसल कटाई का समय होता है जब किसान अपनी फसल काटते हैं और नए फसल की बुआई की तैयारी शुरू करते हैं। इसलिए, इस त्योहार को खेती संस्कृति और किसानों की उत्सुकता को दर्शाने के लिए मनाया जाता है। इसके अलावा, बैसाखी त्योहार एक नया वर्ष का संबोधन करता है।
भारत में बैसाखी त्योहार का महत्व बहुत उच्च होता है। सिख समुदाय में यह त्योहार एक महत्वपूर्ण दिन होता है जब गुरु गोबिंद सिंह जी ने खालसा पंथ का संगठन किया था। इसके अलावा, बैसाखी त्योहार हिन्दू धर्म में भी महत्वपूर्ण होता है। इस दिन लोग अपने आप में खुशी और उत्साह मनाते हैं और इस त्योहार के दौरान वे नए कपड़े पहनते हैं, दोस्तों और परिवार के साथ नृत्य करते हैं और मिठाई खाते हैं।
भारत में बैसाखी को सबसे अधिक पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में मनाया जाता है। यह त्योहार खेती के समृद्ध संस्कृति को दर्शाता है जिसमें किसान अपनी फसलों का शुभारंभ करते हैं। इस दिन के अवसर पर लोग नए कपड़ों में तैयार होते हैं, बाजार में जाकर खुशी मनाते हैं और दोस्तों और परिवार के साथ परंपरागत नृत्य करते हैं। पंजाब में, बैसाखी दा मेला नामक त्योहार मनाया जाता है, जिसमें लोग बहुत उत्साह के साथ भाग लेते हैं।
सिख पंथ के 10वें गुरु श्री गोबिंद सिंह जी ने 13 अप्रैल 1699 के दिन खालसा पंथ की स्थापना की थी, इसके साथ ही बैसाखी मनाना शुरू किया गया था।