भारतीय हॉकी टीम ने चेन्नई में खेली जा रही एशियन चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में जगह बना ली है। टूर्नामेंट की इकलौती अजेय टीम भारत ने शुक्रवार को सेमीफाइनल में जापान को एकतरफा मुकाबले में 5-0 से हराया।
भारत ने सेमीफाइनल में जापान को 5-0 से परास्त कर दिया। इस जीत के साथ ही उसने टूर्नामेंट में अपने जीत के क्रम को जारी रखा है। लीग राउंड में भारत पांच में से चार मैच जीता था। उसने जापान के खिलाफ एक ड्रॉ खेला था। फाइनल में मलयेशिया से भिड़ंत होगी। इस टीम को टीम इंडिया ने ग्रुप राउंड में 5-0 से हराया था।
भारत पांच साल बाद एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचा है। वह पिछली बार 2018 में खिताबी मुकाबले में खेला था। तब पाकिस्तान के साथ टीम इंडिया संयुक्त विजेता रही थी। वहीं, 2011 और 2016 में भी टीम चैंपियन बनी थी। भारत पांचवीं बार फाइनल खेलेगा। वह सिर्फ 2012 में खिताबी मैच में हारा था। जापान की बात करें तो वह 2021 में उपविजेता था, लेकिन इस बार सेमीफाइनल में ही बाहर हो गया।
भारतीय टीम के गोलकीपर पीआर श्रीजेश 300 मैच खेलने वाले नौवें भारतीय बने। उनके अलावा दिलीप तिर्की (412), धनराज पिल्ले (339), बलजीत सिंह ढिल्लन (327), सरदार सिंह (314), परगट सिंह (313), मुकेश कुमार (307), बलजीत सिंह सैनी (304) और मनप्रीत सिंह (320+) मैच खेल चुके हैं। श्रीजेश और मनप्रीत सिंह एक्टिव प्लेयर हैं।