लोकसभा चुनाव की सर्गियां पार्टियों में बढ़ती हुई नजर आ रही है। अब इस चुनावी तैयारी में कांग्रेस पार्टी की नजर दिल्ली लोकसभा सीटों पर बनी हुई है। इसे लेकर कई बातें सामने आ रही है। जिसमें कहा जा रहा है कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की सरकार के बीच सीटों को लेकर विवाद खड़ा हो सकता है। वहीं अगर दोनो पार्टियों के बीच विवाद खड़ा हुआ तो इसका असर विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A पर देखने को मिल सकता है। इसी गठजोड़ को लेकर अब कई अटकलें सामने आ रही है। लेकिन क्या इन दोनों के बीच की लड़ाई में पार्टी को फर्क पड़ने वाला है?
कांग्रेस ने लिया फैसला
बता दें कि दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस पार्टी ने अलग लड़ने का फैसला लिया है। वहीं दूसरी ओर आम आदमी पार्टी सरकार ने भी लोकसभा चुनाव में अकेले लड़ने का फैसला लिया है। बात करें पार्टी के गठजोड़ पर पड़ने वाले असर की तो इसपर दिल्ली के स्वास्थय मंत्री सौरव भारद्वाज ने इसी मुद्दे को लेकर अपनी प्रतिक्रिया सामने रखी है। जिसपर उनका कहना है कि ‘इस तरह की बातें तो आती रहेंगी. जब INDIA के सभी दल एक साथ बैठेंगे, सीट शेयरिंग पर चर्चा करेंगे, सभी पार्टी का राष्ट्रीय नेतृत्व आमने-सामने बैठकर चर्चा करेंगे, तब पता चलेगा कौन सी पार्टी को कौन सी सीटें मिलती हैं. कांग्रेस के इस फैसले का INDIA गठबंधन पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा. बयान देने वाले बहुत छोटे-छोटे नेता हैं, जिनकी जमानतें MLA इलेक्शन तक में नहीं बची हैं. उनकी क्या वेल्यू है. अनील चौधरी और अल्का लांबा ने बयान दिया है, दोनों की ही जमानत कहां बची. दोनों की मिला लो तो भी नहीं जीतेंगे.’
2025 में केजरीवाल नहीं बनेेंगे मुख्यमंत्री?
कांग्रेस नेता अनिल चौधरी ने बयान दिया है। आपको बता दें कि अनिल चौधरी ने अपने इस बयान में कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी के गठबंधन कर लोकसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा कि कांग्रेस पार्टी संगठन को मजबूत करके एकजुट होकर लड़ेगी. हमने आम आदमी पार्टीकी या गठबंधन की कोई चर्चा नहीं की. हमारा अपना रास्ता है. हमने पोल खोल यात्रा से लेकर हर एक कोशिश की है कि अरविंद केजरीवाल सरकार की नीतियों को एक्सपोज करें तमाम कार्रवाई हम लोगों की ही शिकायत पर हुई है। आपको बता दें कि अपने इसी बयान के बाद अनिल चौधरी ने बड़ी बात कही जिसमें उन्होने कहा कि 2024 का चुनाव हम ही जीतेंगे साथ ही 2025 में केजरीवाल दिल्ली के सीएम नहीं बनेगें हमारी पूरी कोशिश रहेगी